- यदि दिए गए घातांक का ईकाई का अंक 0, 1, 5, 6, हो तो ईकाई का अंक क्रमश: 0, 1, 5, 6 ही होगा |
- यदि दिए गए घातांक का ईकाई का अंक 4 या 9 हो
*(यदि
घातक
की
घात
विषम
हो)
तो
ईकाई
का
अंक
क्रमशः
4
या
9
ही
होगा
|
*(यदि घातक की घात सम हो) तो ईकाई का अंक क्रमशः 6 या 1 होगा |
*(यदि घातक की घात सम हो) तो ईकाई का अंक क्रमशः 6 या 1 होगा |
- यदि दिए गए घातांक का ईकाई का अंक 2, 3, 7, 8 हो तो
निम्नलिखित
उदाहरण
द्वारा
समझिये
(2,
3, 7, 8 के
लिये)
–
प्रथम
– 553
(घात)
को
4
से
भाग
करने
पर
शेषफल
1
प्राप्त
होता
है
जिसे
घातांक
की
नई
घात
के
रूप
में
लिया
जाता
है
|
द्वितीय
–
इसलिए
दी
गए
घातांक
का
ईकाई
का
अंक
7
होगा
|
*यदि
4
से
घात
को
भाग
देने
पर
0
शेषफल
प्राप्त
होता
है
तो
0
क
स्थान
पर
4
लिया
जाता
है
अर्थात्
नयी
घात
4
होगी
|
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